ऑफिसर्स कॉलोनी सक्ती में रफी की याद में सजेगी महफिलए, क शाम रफी के नाम देंगे श्रद्धांजलि
ब्लाक रिपोर्टर सक्ती- उदय मधुकर
सुरों के सरताज मोहम्मद रफी साहब का 31 जुलाई 1980 को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। आज उनकी 44 वीं पुण्यतिथि है। पद्म श्री के साथ, एक राष्ट्रीय पुरस्कार और छह फिल्मफेयर पुरस्कारों से सम्मानित मोहम्मद रफी साहब को शास्त्रीय संगीत,देशभक्ति गाने, मधुर दर्दभरे गीतों ,रोमांटिक गाने, ग़ज़लें और यहां तक कि भजनों के लिए जाना जाता है। उन्होंने अपने फैंस के लिए दिलों को छू जाने वाले कई सदाबहार गाने गाए हैं। इनमें ‘बहारों फूल बरसाओं’ से लेकर ‘तुम्हारी नज़र क्यों खफा हो गई’, ‘आज मौसम’ जैसे गाने शामिल हैं। कल 31 जुलाई बुधवार को उनकी 44 वीं पुण्यतिथि के मौके पर अंचल के गंकतों ने उनको श्रद्धांजलि देने घनश्याम वाटिका ऑफिसर्स कॉलोनी सक्ती में एक शाम रफी के नाम आयोजित किया है यह जानकारी देते हुए सीताराम चौहान ने बताया कि अंचल के नवोदित कलाकारों के द्वारा सुर सम्राट पद्मश्री मोहम्मद रफी को श्रद्धांजलि अर्पित करने संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया गया है जिसमें अंचल के फनकार रफी के पुराने नगमों को अपने सुरों का साज देकर समान बांधेंगे ।
आयोजकों की ओर से रवि यादव ने संगीत प्रेमियों को इस कार्यक्रम में शामिल होकर आनंद लेने का आग्रह किया है। क्योंकि हमारे कलाकार रफी के ऐसे गाने लेकर आएंगे, जो ना सिर्फ आपके हर मूड के लिए परफेक्ट है बल्कि इन्हें गुनगुनाए बिना संगीत भी अधूरा सा है।